History
जीवासरा
जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी अहिंसा और जीवदया (जीओ और जीने दो) के प्रतीक थे। उनकी 2600वीं जयंती के पावन अवसर पर, 5 अक्टूबर 2001 को कुछ गौसेवकों और पशु प्रेमियों द्वारा श्री महावीर गौशाला कल्याण संस्थान की स्थापना की गई।
श्री महावीर गौशाला कल्याण संस्थान वर्तमान में जिला बारां, राजस्थान के विभिन्न स्थानों (मामोनी, जालैड़ा और बड़ा बालाजी धाम) पर 3500 से अधिक अनाथ, अस्वस्थ और अनुत्पादक गौवंश की सेवा कर रहा है।
14 फरवरी 2023 को, श्री महावीर गौशाला कल्याण संस्थान ने सभी प्रकार के पशुओ और पक्षियों के लिए 'श्री महावीर निशुल्क पशु पक्षी अस्पताल एवं मोबाइल ट्रोमा सेंटर (जीवासरा)' की स्थापना की। यह अस्पताल छोटे-बड़े, पालतू, लावारिस, दुर्घटनाग्रस्त एवं जंगली पशु पक्षियों के लिए अपनी अत्याधुनिक चिकित्सा क्षमताओ और उपचार सुविधाओं जेसे 3 ऑपरेशन थिएटरों, 2 ओपीडी के साथ देखभालपूर्ण वात्सल्ययुक्त आईपीडी के कारण अद्वितीय है।
About Us
जीवासरा पृथ्वी पर एक अनोखा स्थान है जहाँ सभी प्रकार के बेज़ुबान पशुओ और पक्षियों को मानव समान उच्च स्तरीय उपचार, सुविधाएँ और देखभाल प्रदान की जाती है, और वह भी बिल्कुल निशुल्क।
अक्सर यह देखा गया है कि पशुओ और पक्षियों की बीमारियों के कारणों की पहचान सही ढंग से नहीं की जाती, क्योंकि निदान करने के लिए आवश्यक उपकरणों की कमी होती है।
हमारा उद्देश्य है कि हम अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों और मशीनों का उपयोग करके पहले बीमारियों के कारणों की पहचान करें। इसके बाद, हम उचित उपचार प्रदान करके उन्हें स्वस्थ और खुशहाल बनाएं।